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Showing posts with the label Poems

Come & lighten my life!

I don't know how you will look like, I don't know how it will feel like, I am blank and in wait, For you to come & lighten my life! Your feel, your touch, your smile, your love, your look, your snuggles, your warmth, your muffles, I know that you are taking your time I am waiting for you to come & lighten my life! All I want is to pamper & love you, To protect & grow you, To take you in my arms & feel the smell of your breath, To hold those tiny hands with inkling little touch, Amidst my crazy days & long nights, I want to live your cries and smiles! My reflection, my mirror you will be, My love & cuddles you will be! I know this journey will be new but dime, Darling, mum is waiting for you to come and lighten her life! *a heartfelt letter to my lil bub who is yet to arrive in this crazy world!

I have found you!

For our love to stay young and alive For those beautiful days and sleepless nights For you and me  and both of 'us' I have found you! To love you for  what you are to me, To love you for  what you have done to me, To feel the love  you have for me, I have found you! To live happy days  and see you smile, To fulfill our dreams  and walk a mile, I have found you! To make you feel how special you are, can spend nights and days  wrapped in your arms, I love the way you care for me I love you with every part of me, For i love you with every breath in me....

That last day!

I looked at you You looked at me, for the questions unasked, and the answers unknown, I wish we could say, on that last day! It made me cold the look in your eyes, which could be felt, but could not be seen, I wish we could make, on that last day! The scribbles on shirt and the shiver of touch, the smile on lips, and the missing beats, to continue it all, I wish we could say, on that last day! There were people around though silence within, my day was alive, but something died, i wish i could collect, what i left behind, is that last day! Through unspoken lines there were thousand signs, wish we could see, and made them realize, I wish i could stay, on that last day! Though the time has passed and we can count the years, i wish we could meet, before the final goodbye, I don't want to die, before that last day!                                        

रहूंगी तेरे साथ.....

सुबह के उठने से,  रात के सोने तक,  सुहानी शाम से,  अँधेरे के सन्नाटे तक,  मैं हूँ हमेशा, हमेशा तेरे साथ, बात सदा यही कहूँगी,  कि रहूंगी तेरे साथ! वक़्त चाहे रहे जैसा भी, तेरा साथ न छोडूंगी कभी भी, याद रखना हमेशा तू ये बात, कि हमेशा निभाउंगी तेरा साथ!                                                                 ---- सेतु   फोटो क्रेडिट: गूगल इमेज

Census 2011

आया जी देखो census का त्यौहार,  डेमोक्रेसी का सबसे बड़ा उपहार,  हर दस साल मैं आता एक बार,  और बता जाता कितना बड़ गया हमारा भारतीय परिवार! आज फिर से वही दिन आया है,  जब सरकार गिनेगी क्या खोया क्या पाया है,  2001 से 2011 तक की तरक्की का सफ़र तो सबके सामने है,  अब छुपे हुए पिछड़ेपन का नंबर आया है!                                                                           phase II मैं caste के सवाल को अटकाया है,  वोट बैंक का बड़ा भारी तड़का लगाया है,  पूछने में झिझकता है आम enumerator,  पर जाति बताएं सब अपनी मान लेकर! आकड़ों मैं सरकार बताएगी, कितने घर हैं कितने बेघर,  और कितने बेरोजगार बैठे हैं हर घर,  किसने किया कहाँ से migration,  और कौन बड़ा रहा है, बिन सोचे तेज़ी से population! enumerator पूछ पूछ वाही सवाल, हो चुके हैं confuse,  और लोग उनसे पूछें  मैडम क्या है इनका use,  वो कर नहीं सकते लोगों के सवालों को refuse,  पर उनके दिमाग हो चुके हैं पूरी तरह diffuse! census के काम मैं जिनको लगाया है,  enumerator, supervisor और master trainer जैसे नामों से उन्हें सजाय

इलेक्ट्रोनिक न्यूज़ चैनल....

उफ़! तुम्हारा निराला अंदाज़, बातें बताने का अनोखा मिजाज़, काम करते तुम्हारे यहाँ जांबाज़ जिनका पास है ख़बरों का हर राज़! बदल दिया है तुमने मीडिया जगत को, आचार विचार और सोचने के अंदाज़ को, पिछले दशक में जो सफलता तुमने पायी है, पूरे देश को नयी ओढ़नी पहनाई है! इलेक्ट्रोनिक न्यूज़ चैनल तुम्हे कहाँ जाता है, जो तुम्हे देखे, वो तुम्हारी ओर खिंचा चला जाता है, हर कोई तुम्हारे संग काम कर इतराता है, जो ना करे वो मन ही मन ललचाता है! आज तक, स्टार न्यूज़ और ज़ी न्यूज़ तुम्हारे संवादाता हैं, फटाफट ख़बरों के जन्मदाता हैं, रिपोर्टर होते हैं इनके चाक चौबंद, और anchors करते हैं हर रिपोर्ट का क्रिया कर्म! इंडिया टीवी, न्यूज़ २४ , कहते तो हैं अपने आपको न्यूज़ चैनल, पर अजीबो गरीब ख़बरें दिखाता है इनका editorial panel, रिपोर्टर देते हैं वो हर खबर, जो ना करे कोई और कवर, TRP हैं इनकी सबसे ऊंची मगर, जो देखें  उनका बहुत बड़ा है जिगर! धर्म और समर्पण पर विशेष ये दिखाते हैं,  ज्योतिषों और पंडितों से उन्हें सजाते हैं,  ताकि बनते रहें देखनें वाले बेवकूफ,  और इनकी TRP की guarantee रहे फूल-प्रूफ! समर्पित हैं ये

बरसात कि वो शाम...

मचलते   पेड़ , सुहानी शाम , गरजते बादल , भीगता मौसम , रिमझिम बारिश , कड़कती बिजली , चाह्चाते पक्षी ,  महकती चमेली ! कारे बादल , भीगते पत्ते , गरम पकोड़े , खेलते बच्चे , शाम का वक़्त , हरियाली चारों ओर , ख़ूबसूरती को बांधती कोई अद्रश्य डोर ! तपती गर्मी में मिला   सूखी  धरती   को आराम , बार बार याद आये बरसात कि वो शाम ! पत्तों पे गिरती   बूंदों की छम - छम आवाज़ , गीली टहनियों पे पत्तों का वो नाच , कोयल का छेड़ा हुआ   मीठा राग , मौसम   छुपाता हुआ  मानो   कोई भीगता राज़ ! पेड़ नाचते ताल पे ठंडी हवा   की,  बादल   गरजते सुनके   दहाढ़ बिजली   की ,    सोंधी खुशबू   गीली मिट्टी   की,  हरी घांस पर बूँदें शबनम सी , समां सुहाना , मौसम रंगीन , प्रकति के आये जवानी के दिन ! कलियाँ खिलीं , फूल बनीं , सूखी पत्तियां भीगने लगीं , भारी टहनियां मुस्कुराने लगीं , पेड़ों पे ज़िन्दागियाँ गाने लगीं ! आसमान में कारे बादल खेलते एक दूसरे से , बूंदों को समेटे नाचते मस्त मोर से , बिजली ताके मोर को , झांके झरोखे

उस रात सपने में भगवान् से मिली थी...

सो रही थी मैं, ठंडी हवा की गोद में,  बुन रही थी सपने, गहरी नींद के आघोष में,  खूबसूरत रंगों में रंगी थी, तित्तली कि तरह उड़ रही थी ,  वो मेरा खुला आसमान था,  मेरे सपनों का जहाँ था, जिन धुनों पे नाच रही थी, वो मेरे अंतर्मन का राग था! अचानक गहरा अँधेरा छा गया,  लाल, हरा,गुलाबी सब काला पड़ गया , मीठी नींद का सफ़र कडवा सा  हो  गया,  डर गयी मैं, कि मेरा दिल मैला हो  गया,  इतना अँधेरा कि घबरा गयी मैं, डर से कांपने लगी,  रोई और इश्वर को पुकारने लगी मैं!   सुन्दर सपनों के वो रंग फीके हो गए,  खिलते फूल, बहते झरने सब थम से गए, हवा चलनी बंद हो गयी, लगा मानो मेरी सांसें रुक सी  गयीं, माँ को पुकारा  मैंने , भगवन को याद किया, पर मेरा होश किसी ने ना लिया! तभी अचानक दूर रौशनी की किरण नज़र आने लगी,  सुन्दर कोमल छवि दुलार की पास आने लगी,  कभी सूरज कि तरह तेज़ , वो कभी चंदा सी शीतल, कभी सागर सी चंचल, तो कभी बादल सी मनचल,  वो देखती ऐसे मुझे, मानो प्यार बरसा रही हो,  पुण्य प्रेम की वर्षा में नेहला रही हो!  हर दिशा में केवल वो ही दिख रही थी,  बच्चे कि तरह दिल को मोहने सी लगी थी,    नज़र नहीं 

वापसी का रास्ता ना हो!

ऐ ज़िन्दगी मुझे ले चल वहां जहाँ वक़्त कि कोई सीमा ना हो, दुनिया कि कोई रीत ना हो, समाज का कोई बंधन ना हो, दुःख से किसी को पीड़ा ना हो,  इतनी दूर चली जाऊं मैं, कि.... वापसी का रास्ता ना हो! ना वहां ज़मीन हो, ना ही आसमान हो, रंगों में बस सफ़ेद का ही नाम हो, ना शंख हो, ना आज़ान हो, ना सुर हों, ना ही कोई ताल हो, ना धूप हो, ना वर्षा कि बौछार हो, उदासी और आसुओं का ना कोई स्थान हो, इतनी दूर चली जाऊं मैं, कि.... वापसी का रास्ता ना हो! सुख और दुःख का खेला ना हो, खोने पाने का झेमला ना हो, रिश्ते नातों का मेला ना हो, जाना चाहती हूँ ऐसी जगह जहाँ कोई कभी अकेला ना हो, इतनी दूर चली जाऊं मैं, कि.... वापसी का रास्ता ना हो! पता है मुझे, ऐसा कभी हो नहीं सकता यहाँ से कोई भाग नहीं सकता, जो करा है, भरना यहीं पड़ेगा, सुख-दुःख भोगना पड़ेगा, साँसों को पूरा करना पड़ेगा, जीवन तो पूरा जीना पड़ेगा, फिर भी क्यूँ मन करता है मेरा कोई ठिकाना ऐसा हो, जहाँ चली जाऊं मैं, और वापसी का रास्ता ना हो!                                                     ---- सेतु  फोटो क्रेडिट: गूगल इमेज 

वक़्त वक़्त कि बात है.... वक़्त किसी का नहीं है!

हर दिन एक सा नहीं है हर रात सुकून भरी नहीं है, कब किसे जगाये, कब किसे सुलाए, ये वक़्त किसी का सगा नहीं है,   वक़्त वक़्त कि बात है....वक़्त किसी का नहीं है! कभी लगे दुनिया हसीन, तो कभी लगे नमकीन, कभी हंसाये तो कभी रुलाये, कभी करवटें दिलाये तो कभी थपकी देके सुलाए, पल-पल कि माला से बनती ज़िन्दगी कि लड़ी है, कब टूट जाए ये डोर किसी को पता नहीं  है, वक़्त वक़्त कि बात है.... वक़्त किसी का नहीं है! जब कारे बादल ढक लें  किरणों को अपनी ओड़ में जब कुछ समझ ना आये जीवन कि भाग-दौड़ में, जब सूरज लगे उदास और चंदा लगे निराश, जब कोयल गाये बेराग और मिठास लगे खटास, समझ लेना जो बोया था उसे पाने कि घड़ी नज़दीक ही  है, वक़्त कि पोटली अब भर चुकी  है, वक़्त वक़्त कि बात है.... वक़्त किसी का नहीं है!    रंगों से खेलना सबको भाता है हर कोई अपनी ही धुन में गाता है, रंगों का क्या कहना, रंगीन ज़िन्दगी सब चाहते हैं, तभी तो अपनी अलग धुन सब बनाते हैं, मगर दीवानों, गुम ना जाना इस मेले में, भूल ना जाना जीवन के खेले में, कि सुर पुराने भी लगते हैं, रंग फीके भी पड़ते हैं, हालात कभी एक से रहते नहीं, बीते दिन वापस कभी आते

सोच रहीं हूँ सोचूं... लेकिन सोचना चाहती नहीं

सोचती हूँ सोचूं यूँही बैठे-बैठे ख्याल आया की कुछ सोचूं, जब सोचने बैठी तो लगा क्या होगा सोचके, क्या लोग बदल जाएंगे, या वक़्त बदल जाएगा, ज़िन्दगी आसान हो जाएगी, या इंसान कि बुद्धि राह पे आएगी, सोचती हूँ सोचूं लेकिन क्या सोचूं! ये ज़िन्दगी क्यूँ है, हम इन्सान क्यों हैं, हम जीते क्यूँ हैं, हम मरते क्यूँ हैं, वक़्त क्यूँ ठहर नहीं जाता, सब अछा क्यूँ  हो  नहीं जाता, झूठ मर क्यूँ नहीं जाता, सच वक़्त पे सामने क्यूँ नहीं आता, सोचती हूँ सोचूं लेकिन क्यूँ सोचूं! रह-रह के ख्याल आता है मन में अगर सब सोचें तो क्या होगा जीवन में, सुधर जाएंगे सबके रात दिन, थोड़ा आसन हो जाएगा जीवन, जीवन साँसों की नाज़ुक कड़ी है, दुनिया जीवन की परीक्षा लेने खड़ी है, क्यों न इस परीक्षा की घड़ी में, दें एक दुसरे का साथ, और बनाएं पूरी दुनिया को अपना परिवार! सोचती हूँ सोचूं लेकिन कब सोचूं! जब सब खत्म हो जाएगा तब, या लड़ते-लड़ते थक जाउंगी तब, जब थक जाएगी ज़िन्दगी तब, या मैं ज़िन्दगी से थक जाउंगी तब! वक़्त से जो लड़ा वो न रहा कहीं का, सुना था दादी से बचपन में, दादी भी हार गयी थी दुनिया से, अब आता है समझ में, कहती थी वो क

लाइफ...

Life is like a time, moving ahead without waiting for anyone. Life is like a jungle Full of sweet and wild dangers Life is like a traffic signal changing continuously Life is like a river, flowing continuously taking the particles of all the joys and sorrows with it Life is like a wicket no one knows when it fall Life is like a sailing boat between the high and low tides of sea Life is like a business full of profits and losses Life is one such word in dictionary that is full of “life”. Life gives us what we want, we don’t give it anything come let’s make our life meaningful.                                                                      ---Setu! Photo credit: Google images

L-O-V-E

Some say it is god’s creation Some say it is man’s innovation Some say it is attraction But some say it is infatuation For some it is a crush Some say it is must Some say it keeps you at first But some say it throws you in dust Some say it happens at first sight Some say it happens after first fight Some say it makes you shine bright But some say it keeps you at height For some it is a game For some it is insane For some it is a heart in jail But for some it gives you bail Sometimes you find it Sometimes you win it Sometime you lose it But sometimes you urge for it This four lettered word “LOVE” Begins at “L” and ends at “E” Takes the hatred and give the peace Makes one like the life of ease!                                                                  ---Setu Photo credit: Google images